How to overcome depression
Tanav or Chinta ko Dur kaise kare तनाव को दूर करना आसान नहीं होता है कई लोग तनाव को खुद पर इतना हावी कर लेते हैं कि उसे निकालना उनके लिए मुश्किल हो जाता है और कई तनाव में रहते हुए भी खुद पर कंट्रोल कर लेते हैं।
अगर आप अपनी बीमारी तनाव को दूर करना चाहते हैं तो तनाव से दूर ही रहना सही रहेगा। Tanav or Chinta ko Dur kaise kare
अगर आप किसी कारण तनाव में है तो अपने परिवार के साथ मिलकर हंस कर अपने कुंठित भावनाओं से ध्यान हटाने का प्रयास करिए तनाव को दूर करने के लिए आपको अपनी सारी चिंता को भूलकर परिवार के साथ मिल जुलकर उनके साथ घुल मिल जाइए उनके साथ हसीये
तनाव और चिंता की स्थिति अपने आप कम हो जाएगी बच्चों के परिवार और परिवार के साथ बिताया गया समय आपके जीवन की अवधि और बढ़ा देता है
तनाव को दूर कैसे करें
तनाव को दूर कैसे करते हैं? इसके बारे में कई लोगो को सवाल हैं। लेकिन फिर भी ठीक नहीं कर पाते हैं। तनाव सिर्फ हमारे दिमाग के कण्ट्रोल में होता हैं। हम जैसे सोचते हैं। वैसा ही होता हैं। फालतू के सोचना बंद कर दो। और खुद को आजाद कर दो।
लेकिन यहाँ कुछ खाने की चीजे भी हैं। जो आपको थोड़ी मदद कर सकती हैं। यदि आप किसी तनाव से परेशान हो रहे हैं। तो निचे दिए गये कुछ Points को अपनाएं-
अनार के सेवन से तनाव दूर करें
अनार antioxidant और polyphenols store house होता है। जो ऑक्सीडेंटीव स्ट्रेस को काम करके फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने के साथ दिल को healthy रखने में मदद करता है।
अगर आपको अनार को चबाकर खाना पसंद नहीं है। तो आप अनार को धोखा उसको मिक्सर में पीसकर जूस निकालकर रोजाना पी सकते है और अपने तनाव को दूर कर सकते हैं।
तनाव को दूर करने के लिए मौसम में क्या खाए
आज के मशीनी और भागते युग में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसको किसी भी प्रकार की चिंता ना हो
हम सभी जानते हैं कि चिंता तनाव किसी भी विषय पर बहुत ही कम या बहुत अधिक होना दोनों ही ठीक नहीं रहता है
तनाव से कैसे बचे
वैसे भी आजकल के टाइम पर चिंता बहुत कम किसी को होता है यह कहना सही नहीं है किसी भी विषय की चिंता तो एक हद तक जीवन को सफल बनाए रखने के लिए जरूरी है But जब हमें यही रोजमर्रा की चिंता जिंदगी के लिए एक बोझ लगने लगती है और हमें परेशान करने लगती है तो वह चिंता का रुप ले लेती है जिसे वह परिवार से ना ही दोस्त से अच्छे मूड में बात नहीं कर पाता है
And वह अलग ही महसूस करता है अकेलापन महसूस करने पर मन ही मन बहुत उदास हो जाता है चिंता से तात्पर्य यहां यह है की ढेर सारी चिंता तनाव शरीर को अंदर ही अंदर जलाकर नष्ट कर देती है Else साथ ही अनेक बीमारी जैसे चक्कर आना, रक्तचाप, दर्द ,पेट दर्द, अल्सर, अपच, अल्सर से लेकर कैंसर और अन्य रोगों का रूप लेने लगती है
तनाव को दूर कैसे करें ( तनाव को दूर करने के लिए अनदेखी सही नहीं है)
तनाव दूर करने के लिए अक्सर लोग मानसिक विकारों को हंसी मत टाल दिया जाता है, जो बिल्कुल गलत है। मानसिक विकार होने पर उसका निवारण कर लेना चाहिए। नहीं तो यह हद्य रोग से लेकर ब्रेन ट्यूमर मधुमेह गठिया जैसे रोगो का भी रुप ले सकते हैं। जो आपके स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है ऐसे में जान जाने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है
As such (वैसे) भी यह सत्य है कि चिंता जाना भी एक कठिन काम है एक नई शोध के मुताबिक चिंता यह तनाव से बचाया जा सकता है इसके लिए आप किस दंग से लेते हैं।
चिंता को दूर कैसे करें (कम करें)
चिंता को कम करने के लिए खुद के लिए समय निकले। किसी परिवार के साथ घुलमिल जाएँ। या कही घुमने चलें जाएँ। दोस्त के साथ समय बिताएं। निचे कुछ चिंता या तनाव को कम करने के तरीके बताएं हैं। जिनकी मदद से हम कण्ट्रोल में ला सकते हैं-
तनाव से बचने के लिए तनाव को हावी ना होने दें
तनाव को दूर करने के लिए आप तनाव के प्रति आपका नजरिया क्या है? क्या उन तमाम चिंताओं को लेकर और भी चिंता बनाने का है? या उससे पार पाने का है?
If अगर आप समझदार और बुद्धिमान से इस समस्या को समझ सकते हैं अपनी चिंता या तनाव की समस्याओं को सुलझाते हैं तो ऐसे तनाव से सरलता से जीत सकते हैं।
वैसे चिंता या तनाव की स्थिति में हमारा सबसे अधिक प्रयास रहता है कि हम घर में सब से अलग रहे, तनाव और चिंता होने पर हमारे मन में आता है कि हमसे कोई बात ना करें, हम कोई काम भी ना करें, मन करता है कि एक कोने में पड़े रहे, और दिन की चिंताओं से थकने के बाद घर में अलग रहना स्वास्थ्य और मन दोनों के लिए नुकसानदायक है।
So इसलिए तनाव चिंता को दूर करने के लिए जब भी तनाव या चिंतित की स्थिति आए तो आप उसे खुद पर इतना मत हावी होने दे कि यह चिंता या तनाव आपके लिए कई बीमारी का जड़ बन जाए।
रिलेक्स की अभ्यास करें
तनाव और चिंता का कारण वातावरण न होकर हमारे विषय को देखने के नजरिए पर निर्भर करता है
कभी-कभी हम अपनी क्षमता से अधिक उम्मीद अपनी जिंदगी से कर बैठते हैं और जब हमारे मन मुताबिक परिणाम नहीं मिलता तो तनाव की स्थिति आ जाती है ऐसे में हमें हमेशा सीधी बात वाला होना चाहिए कभी भी बीच की या दुविधापूर्ण बातें ना करें कहने का मतलब यह कि आप अपनी बात या अपने विचारों को स्पष्ट और साफ साफ बोलने की आदत डालें।
And आपको जब भी तनाव या चिंता की स्थिति आने पर आप अपने परिवार या दोस्त के पास जाकर उनसे बातचीत करके तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है। क्या आप जानते हैं कि आधे से अधिक मानसिक तनाव से मुक्ति कई मनो चिकित्सा पद्धतियों द्वारा पाई जा सकती है उनमें से बायोफीडबैक, relaxation, hypnosis एवं साइकोथेरेपी प्रमुख होते हैं
Relaxation से सारी मांसपेशियां के साथ साथ मानसिक उत्तेजना एवं संवेगो को भी नियंत्रण करने में सफलता मिलती है।
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